वर्ल्ड ऑफ़ साईं ग्रुप में आपका हार्दिक स्वागत है । श्री साईं जी के ब्लॉग में आने के लिए आपका कोटि कोटि धन्यवाद । श्री साईं जी की कृपा आप सब पर सदैव बनी रहे ।

शिर्डी के साँई बाबा जी के दर्शनों का सीधा प्रसारण... अधिक जानने के लियें पूरा पेज अवश्य देखें

शिर्डी से सीधा प्रसारण ,... "श्री साँई बाबा संस्थान, शिर्डी " ... के सौजन्य से... सीधे प्रसारण का समय ... प्रात: काल 4:00 बजे से रात्री 11:15 बजे तक ... सीधे प्रसारण का इस ब्लॉग पर प्रसारण केवल उन्ही साँई भक्तो को ध्यान में रख कर किया जा रहा है जो किसी कारणवश बाबा जी के दर्शन नहीं कर पाते है और वह भक्त उससे अछूता भी नहीं रहना चाहते,... हम इसे अपने ब्लॉग पर किसी व्यव्सायिक मकसद से प्रदर्शित नहीं कर रहे है। ...ॐ साँई राम जी...

Tuesday 14 August 2012

धन्य ते जयांचे द्वारीं बाबा होऊनि भिक्षेकरी

ॐ सांई राम

धन्य ते जयांचे द्वारीं बाबा होऊनि भिक्षेकरी.... पोरी आण गे चतकुर भाकरी म्हणूनि पसरी निजकरी ||

In the very begining, Sai Baba was in the habit of going to a few houses in the neighbourhood to beg of food. At times baba would scold a grudging housewife by saying - "Mother, you have so many chapaties, so much rice and this or that vegetable in your pots, why refuse a bit of food to a faqir"! This gentle chastisement and the accuracy of the stange faqir's pronouncements would remove the veil of maya from these women who would then rush to put their all at his feet, as an offering of love.

For Join Our Blog :- www.worldofsaigroup.blogspot.com
For Visit Our Website :- www.worldofsaigroup.com
For Join Our New Blog :- www.umamahadev.blogspot.in
For Our Profile :- www.facebook.com/wosgrp.aaosai
For Join Our Group :- www.facebook.com/groups/saikahoney
For Join Our Page :- www.facebook.com/worldofsaigroup
E-Mails :- saikahoney@saimail.com
wosgrp@saimail.com
For Daily SAI SANDESH By E-mail:-
www.groups.google.com/group/worldofsai/boxsubscribe?p=FixAddr&email
For Daily Sai Sandesh On Your Mobile

Type in your create message box
ON WORLDOFSAIGROUP
and send it to
+919870807070

Donate Eyes... Support us...

एक 18 साल का लड़का ट्रेन में खिड़की के पास वाली सीट पर बैठा था. अचानक वो ख़ुशी में जोर से चिल्लाया "पिताजी, वो देखो, पेड़ पीछे जा रहा हैं". उसके पिता ने स्नेह से उसके सर पर हाँथ फिराया. वो लड़का फिर चिल्लाया "पिताजी वो देखो, आसमान में बादल भी ट्रेन के साथ साथ चल रहे हैं". पिता की आँखों से आंसू निकल गए. पास बैठा आदमी ये सब देख रहा था. उसने कहा इतना बड़ा होने के बाद भी आपका लड़का बच्चो जैसी हरकते कर रहा हैं. आप इसको किसी अच्छे डॉक्टर से क्यों नहीं दिखाते?? पिता ने कहा की वो लोग डॉक्टर के पास से ही आ रहे हैं. मेरा बेटा जनम से अँधा था, आज ही उसको नयी आँखे मिली हैं. #नेत्रदान करे. किसी की जिंदगी में रौशनी भरे.