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Sunday 1 September 2013

श्री गुरु तेग बहादर जी - जीवन परिचय


श्री गुरु तेग बहादर जी - जीवन परिचय




श्री गुरु तेग बहादर जी - जीवन परिचय

प्रकाश उत्सव (जन्म की तारीख): अमृतसर में 1 अप्रैल 1621 (पंजाब)Parkash Ustav (Birth date): April 1, 1621 at Amritsar (Punjab)

पिता: गुरु हरगोबिंद जी
Father: Guru Hargobind ji
माँ: माता Nanaki जी
Mother: Mata Nanaki ji
सहोदर: बाबा गुरदित्ता, बाबा वीरो, बाबा सूरजमल, बाबा अनी राय, बाबा अटल राय
Sibling: Baba Gurditta, Baba Viro, Baba Suraj Mal, Baba Ani Rai, Baba Atal Rai
महल (पति या पत्नी): करतारपुर जिला के माता गुज़री जी, पुत्री श्री लाल चंद जी, जालंधर.
Mahal (spouse): Mata Gujri ji D/o Lal Chand of Kartarpur Distt. Jullandhar.
साहिबज़ादे (वंश): गोबिंद राय जी
Sahibzaday (offspring): Gobind Rai ji
ज्योति ज्योत (स्वर्ग करने के उदगम): चांदनी चौक, दिल्ली में 11 नवंबर 1675
Joti Jyot (ascension to heaven): November 11, 1675 at Chandini Chowk, Delhi

गुरु मंगल 

दोहरा|| हिंदू धरम तरु मूल को राखयो धरनि मझार|| 
तेग बहादर सतिगुरु त्रिण समान तन डारि||१||


श्री गुरु तेग बहादर जी का जन्म श्री गुरु हरि गोबिंद जी के घर माता नानकी जी की पवित्र कोख से रविवार वैसाख वदी पंचमी संवत 1678 विक्रमी को अमृतसर में हुआ| आप जी का विवाह गुजरी जी से जो कि श्री लाल चंद सुभिखी क्षत्रि की सुपुत्री से 15 असूज संवत 1689 विक्रमी को करतारपुर में हुआ|

माता गुजरी जी की पवित्र कोख से पटने शहर में पोष सुदी सप्तमी रविवार असूज संवत 1723 विक्रमी को सवा पहर रात रहती श्री (गुरु) गोबिंद सिंह जी ने अवतार धरण किया|

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एक 18 साल का लड़का ट्रेन में खिड़की के पास वाली सीट पर बैठा था. अचानक वो ख़ुशी में जोर से चिल्लाया "पिताजी, वो देखो, पेड़ पीछे जा रहा हैं". उसके पिता ने स्नेह से उसके सर पर हाँथ फिराया. वो लड़का फिर चिल्लाया "पिताजी वो देखो, आसमान में बादल भी ट्रेन के साथ साथ चल रहे हैं". पिता की आँखों से आंसू निकल गए. पास बैठा आदमी ये सब देख रहा था. उसने कहा इतना बड़ा होने के बाद भी आपका लड़का बच्चो जैसी हरकते कर रहा हैं. आप इसको किसी अच्छे डॉक्टर से क्यों नहीं दिखाते?? पिता ने कहा की वो लोग डॉक्टर के पास से ही आ रहे हैं. मेरा बेटा जनम से अँधा था, आज ही उसको नयी आँखे मिली हैं. #नेत्रदान करे. किसी की जिंदगी में रौशनी भरे.