वर्ल्ड ऑफ़ साईं ग्रुप में आपका हार्दिक स्वागत है । श्री साईं जी के ब्लॉग में आने के लिए आपका कोटि कोटि धन्यवाद । श्री साईं जी की कृपा आप सब पर सदैव बनी रहे ।

शिर्डी के साँई बाबा जी के दर्शनों का सीधा प्रसारण... अधिक जानने के लियें पूरा पेज अवश्य देखें

शिर्डी से सीधा प्रसारण ,... "श्री साँई बाबा संस्थान, शिर्डी " ... के सौजन्य से... सीधे प्रसारण का समय ... प्रात: काल 4:00 बजे से रात्री 11:15 बजे तक ... सीधे प्रसारण का इस ब्लॉग पर प्रसारण केवल उन्ही साँई भक्तो को ध्यान में रख कर किया जा रहा है जो किसी कारणवश बाबा जी के दर्शन नहीं कर पाते है और वह भक्त उससे अछूता भी नहीं रहना चाहते,... हम इसे अपने ब्लॉग पर किसी व्यव्सायिक मकसद से प्रदर्शित नहीं कर रहे है। ...ॐ साँई राम जी...

Thursday 2 February 2012

गुरुदेव मेरे गुरुदेव मेरे

ॐ साईं राम
गुरुदेव मेरे गुरुदेव मेरे ,सब रंग तेरे रंगरेज तेरे
मुझ दीन के घर जब आओगे ,स्वागत में पलक बिछाऊंगा


अँसुवन जल से पग धोऊंगा ,और धो धो कर पी जाऊँगा
तू लेकर अपनी शरण मुझे ,फिर चाहे जिस रंग में रंग दे
रंगरेज मेरे सब रंग तेरे ,गुरुदेव मेरे गुरुदेव मेरे
जाने कितने दिन बाद मैने ,यह अपना भवन बुहारा है
तुमको कोई भी कष्ट न हो ,इस तरह से इसे संवारा है
इच्छा है मेरी यही प्रभु ,तुम मुझको अब तो अपना लो
गुरुदेव मेरे गुरुदेव मेरे , सब रंग तेरे रंगरेज मेरे
तुम सारे जग के मालिक हो ,तुम तो घट घट के वासी हो
तुमको ये कहाँ पसंद ,किसी के चेहरे चढ़ी उदासी हो
हे देव अगर संभव हो तो ,इन आंखो को दर्शन दे दो
तू ले कर अपनी शरण मुझे ,फिर चाहे जिस रंग में रंग दो
गुरु देव मेरे सब रंग तेरे रंगरेज मेरे सब रंग तेरे -----

यह भजन पंखुड़ियाँ साईं भक्त राजीव जी द्वारा बाबा जी के श्री चरणों में भेंट की गईं | बाबा जी की कृपा इन पर सदा बनी रहे |
 
●▬▬▬▬▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬▬▬▬▬●
-: आज का साईं सन्देश :-

ठहरे शिर्डी पन्त जी,
घर साठे का होय |
बाबा साहब भी रहें,
चर्चा करते दोय ||

गुरु काहे को चाहिये,
मेरे मन का भाय |
बिना गुरु जीवन नहीं,
बालाजी बतलाय ||

●▬▬▬▬▬▬▬▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬▬▬▬▬▬▬▬●



For Join Our Blog :- Click Here
For Visit Our Website :- Click Here
For Our Profile :- Click Here
For Join Our Group :- Click Here
For Join Our Page :- Click Here
                                       For Daily SAI SANDESH  :- Click Here


Donate Eyes... Support us...

एक 18 साल का लड़का ट्रेन में खिड़की के पास वाली सीट पर बैठा था. अचानक वो ख़ुशी में जोर से चिल्लाया "पिताजी, वो देखो, पेड़ पीछे जा रहा हैं". उसके पिता ने स्नेह से उसके सर पर हाँथ फिराया. वो लड़का फिर चिल्लाया "पिताजी वो देखो, आसमान में बादल भी ट्रेन के साथ साथ चल रहे हैं". पिता की आँखों से आंसू निकल गए. पास बैठा आदमी ये सब देख रहा था. उसने कहा इतना बड़ा होने के बाद भी आपका लड़का बच्चो जैसी हरकते कर रहा हैं. आप इसको किसी अच्छे डॉक्टर से क्यों नहीं दिखाते?? पिता ने कहा की वो लोग डॉक्टर के पास से ही आ रहे हैं. मेरा बेटा जनम से अँधा था, आज ही उसको नयी आँखे मिली हैं. #नेत्रदान करे. किसी की जिंदगी में रौशनी भरे.