ॐ सांई राम
सगरे जगत में दूजा नहीं, मेरा इक तू साईं
रहना मुझको, संग संग तेरे, बनके तेरी परछाई
लेके उमीदें तेरे दर पे आते
है सारे सवाली
मांगे मुरादें लेके जाएं
भर भर दामन खाली
मेरे मालिक मेरे दाता
भाग बना दे भाग्य विधाता
अब दुख सहा न जाता
सगरे जगत में दूजा नहीं, मेरा इक तू साईं
रहना मुझको, संग संग तेरे, बनके तेरी परछाई
तेरे चरणों की धुल उठाके,
माथे पर मैं लगाऊं
तेरी मिट्टी में जन्म लिया है,
तुझ में हे मिल जाऊं
चाहे बना दे चाहे मिटा दे,
जो चाहे वोह मुझको सज़ा दे
जीवन पार लगादे.
सगरे जगत में दूजा नहीं,
मेरा इक तू साईं
रहना मुझको, संग संग तेरे,
बनके तेरी परछाई