ॐ साईं राम 
आदरणीय साईंबाबा जी 
                                 कैसे है आप . आप की कृपा से हम कुशल मंगल है . आज  दिल करा आपको पत्र लिखने का . बाबा आपका मेरे जीवन में आना मेरी खुशनसीबी  है . आप मेरे जीवन का वो अनमोल रतन हो जिसे में अपनी आँखों में और दिल में  छुपा कर रखना चाहती हूँ . आपकी महानता , प्यार और विश्वास मेरी आत्मा में  बसते है . आप मेरा स्वाभिमान हो . आपकी करूणा , दया , आशीर्वाद , संतोष ,  सबर मेरे जीवन का धन है . आपने अपने चरण कमलो में जगह देकर मेरा जीवन तार -  तार कर दिया . आपकी दृष्टि मेरे मन को छु जाती है . आपका ममता भरा आचल  मेरे जीवन की तीखी धूप को ठंडी छाव देता है . श्रद्धा और सबुरी का पाठ मुझे  सही राह दिखाता है . साईंसत्चरित्र की लीलाए आपके होने का अहसास दिलाती है  . कहते है भगवान को पाना आसान नहीं पर मेरा बाबा तो इतना कोमल और नरम है  मेरी एक ही आवाज़ से दोड़े चले आते है . बाबा मुझे हमेशा अपनी छाया में  रखना . मुझे इस संसार रुपी जाल से बचाकर रखना . हमेशा अपने आशीर्वाद की  चादर मुझ पर मेरे परिवार पर और समर्पण परिवार पर बना के रखना | आपके  चरणों में मेरा कोटि कोटि प्रणाम ...
                   आपकी पुत्री और आपकी छोटी भक्त रिया  
बोलो सच्चिदानंद सद्गुरु  साईंनाथ महाराज की जय !

