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शिर्डी से सीधा प्रसारण ,... "श्री साँई बाबा संस्थान, शिर्डी " ... के सौजन्य से... सीधे प्रसारण का समय ... प्रात: काल 4:00 बजे से रात्री 11:15 बजे तक ... सीधे प्रसारण का इस ब्लॉग पर प्रसारण केवल उन्ही साँई भक्तो को ध्यान में रख कर किया जा रहा है जो किसी कारणवश बाबा जी के दर्शन नहीं कर पाते है और वह भक्त उससे अछूता भी नहीं रहना चाहते,... हम इसे अपने ब्लॉग पर किसी व्यव्सायिक मकसद से प्रदर्शित नहीं कर रहे है। ...ॐ साँई राम जी...

Sunday, 15 December 2013

prayer.....!!

ॐ सांई राम


Prayer

Lord, make me an instrument of Thy Peace,
Where there is hatred, let me sow love;
Where there is injury, let me sow pardon;
Where there is doubt, let me sow faith;
Where there is despair, let me sow hope;
Where there is discord, let me sow unity;
Where there is darkness, let me sow light and
Where there is sadness, let me sow joy.

O Divine Master


Grant that I may not seek so much
To be consoled as to console;
To be understood as to understand;
To be loved as to love;
For it is in giving that we receive
It is in pardoning that we are pardoned;
And it is in dying to the little self
That we are born to eternal life.
-St Francis of Assisi



Strength


This is my prayer to thee, my Lord-
strike, strike at the root of penury in my heart.

Give me the strength lightly to bear my joys and sorrows.
Give me the strength to make my love fruitful in service.

Give me the strength never to disown the poor or bend my knees before insolent might.
Give me the strength to raise my mind high above daily trifles.

And give me the strength to surrender my strength to 
Thy will with love.
-Tagore


For all that God, in mercy, sends;
For health and children, home and friends:
For comfort in the time of need
For every kindly word and deed
For happy thoughts and holy talk,
For Guidance in our daily walk-
For everything GIVE THANKS!

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एक 18 साल का लड़का ट्रेन में खिड़की के पास वाली सीट पर बैठा था. अचानक वो ख़ुशी में जोर से चिल्लाया "पिताजी, वो देखो, पेड़ पीछे जा रहा हैं". उसके पिता ने स्नेह से उसके सर पर हाँथ फिराया. वो लड़का फिर चिल्लाया "पिताजी वो देखो, आसमान में बादल भी ट्रेन के साथ साथ चल रहे हैं". पिता की आँखों से आंसू निकल गए. पास बैठा आदमी ये सब देख रहा था. उसने कहा इतना बड़ा होने के बाद भी आपका लड़का बच्चो जैसी हरकते कर रहा हैं. आप इसको किसी अच्छे डॉक्टर से क्यों नहीं दिखाते?? पिता ने कहा की वो लोग डॉक्टर के पास से ही आ रहे हैं. मेरा बेटा जनम से अँधा था, आज ही उसको नयी आँखे मिली हैं. #नेत्रदान करे. किसी की जिंदगी में रौशनी भरे.