ॐ सांई राम
ॐ श्री साई नाथाय नमः
!!जय श्री हरि:!!
"साईं बाबा" तेरी चोखट को अपना मुकदर मानता हूँ,
साईं नाथ तुमसे तेरी सेवा की भीख मांगता हूँ,
अगर मिले सेवा तो उसको अपना नसीब मानता हूँ
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झांको अपने अन्दर प्रेम और विश्वास से,
मैं नजर आऊँगा तुम्हें,
मैं तुम में हूँ, तुम मुझसे हो,
जब अलग महसूस करते हो ख़ुद को,
तभी आस्था डगमगाती है तुम्हारी,
आ जाओ मेरी शरण में जैसे अर्जुन आया था,
मैं तुम्हें भय और दुःख से मुक्त कर दूँगा.
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ॐ नमो भगवते साई नाथाये नमो नमः
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