ॐ सांई राम
साईं लीला के गुणगान
नित दिन करो सुबह शाम
जब भी आओ साईं के दर पर
जब भी आओ साईं के दर पर
दूजा न हो कोई काम
एक हद तक तेरे पाप
एक हद तक तेरे पाप
करता रहता है साईं माफ़
हद से पानी गुजर गया
हद से पानी गुजर गया
तो करता है इंसाफ
दिल से तेरा साईं ख्याल ना जाये तो क्या करूँ ।
तू ही बता साईं तेरी याद आये तो क्या करूँ ।
तू ही बता साईं तेरी याद आये तो क्या करूँ ।
हसरत है कि साईं तुझे इक नजर देखूँ,
किस्मत अगर ना दिखाये तो क्या करूँ ।
चारों तरफ़ साईं तू ही नजर आये तो क्या करूँ,
हवाये साईं तेरी आवाज सुनाये तो क्या करूँ ।
किस्मत अगर ना दिखाये तो क्या करूँ ।
चारों तरफ़ साईं तू ही नजर आये तो क्या करूँ,
हवाये साईं तेरी आवाज सुनाये तो क्या करूँ ।
मैं सर झुकाता हूँ सजदे में साईं तेरे ही,
तुझको ही ना नजर आये तो क्या करूँ ।
तुझको ही ना नजर आये तो क्या करूँ ।
दिन में जलता हुँ, रात में जलता हूँ,
तू ही साईं “दीप” ना जलाये तो क्या करूँ ।
तू ही साईं “दीप” ना जलाये तो क्या करूँ ।
|| आप सभी को साईं-वार की हार्दिक शुभ कामनाएं ||
Happy Baba's Day to all...