ॐ साईं राम
तेरे दर पे आया में बनके भिखारी,
दे दे या ठुकरा दे यह मर्ज़ी तुम्हारी |
दुनिया ने मुझको बिसराया,
आखिर तेरे द्वारे आया |
अपना ले हे देव दयालु,
चरणों में तेरे शीश झुकाया |
तरस रहे हैं तेरे प्यार को, भक्तों से क्यों रूठे हो |
वादा करके भूल गए तुम साईं बड़े ही झूठे हो |
प्यासे जीवन में कर दे तू खुशियों की बरसातें |
हंसकर कर ले साईं भक्तों से दो बाते |
हम भक्तो को दे दे यह प्यार भरी सौगातें |