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Friday, 20 September 2013

श्री गुरु गोबिंद सिंह जी – साखियाँ - पूर्ण सिक्ख के लक्षण व सिक्खी धारण योग्य बातें

श्री गुरु गोबिंद सिंह जी – साखियाँ











पूर्ण सिक्ख के लक्षण व सिक्खी धारण योग्य बातें

श्री गुरु गोबिंद सिंह जी ने वचन किया कि हे सिक्खो! जिस का जीवन धर्म के लिए है और अपना आचरण गुर-मर्यादा के अनुसार रखता है, वही पूरण सिक्ख है|

गुरु जी आगे कहने लगे कि सिक्ख अपनी कमाई में से गुरु के निमित दशवंध दे|सिक्खी की रहत में रहे, स्नान और ध्यान स्मरण में लग कर समय व्यतीत करे| परायी स्त्री व पराये धन का त्याग करे| गुरुबाणी का पाठ करे, गुरु पर विश्वास रखे|

सिक्ख के धारण योग्य बातें:
१. सिक्ख भ्रम न करे|
२. सम्बन्धी के मरने पर रोना पीटना न करे|
३. नीच चंडाल को और वैश्या स्त्री को कर्ज न दे| खोटे पुरुष के साथ कभी प्रीति ना करे|
४. वाहिगुरू की ओर से विमुख होकर आंहे न भरे|
५. गुरूद्वारे जाते समय नाख्नों तक सारे पैर धोकर अंदर जाए|
६. रोटी खाने के बाद पेट ना बजाये|
७. चलते-चलते खाना व शौच न करे|
८. अन्न खा कर उसकी निंदा ना करे|
९. बदचलण पुरुष व स्त्री से प्रीति न करे|
१०. धर्म पुस्तकों को पढकर व सुन कर अपना अंहकार दूर करे|
११. जीवन की जुमेवारियो को धैर्य से निभाए|
१२. खोटा हठ, खोटा भोजन में अपना बडप्पन न करे|
१३. खाता-पीता मन को प्रभू की याद में लगाये|

जो सिक्ख अपने व्यवहार तथा खाने-पीने को शुद्ध रखता है, उसका घर धन से भरपूर रहता है|

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एक 18 साल का लड़का ट्रेन में खिड़की के पास वाली सीट पर बैठा था. अचानक वो ख़ुशी में जोर से चिल्लाया "पिताजी, वो देखो, पेड़ पीछे जा रहा हैं". उसके पिता ने स्नेह से उसके सर पर हाँथ फिराया. वो लड़का फिर चिल्लाया "पिताजी वो देखो, आसमान में बादल भी ट्रेन के साथ साथ चल रहे हैं". पिता की आँखों से आंसू निकल गए. पास बैठा आदमी ये सब देख रहा था. उसने कहा इतना बड़ा होने के बाद भी आपका लड़का बच्चो जैसी हरकते कर रहा हैं. आप इसको किसी अच्छे डॉक्टर से क्यों नहीं दिखाते?? पिता ने कहा की वो लोग डॉक्टर के पास से ही आ रहे हैं. मेरा बेटा जनम से अँधा था, आज ही उसको नयी आँखे मिली हैं. #नेत्रदान करे. किसी की जिंदगी में रौशनी भरे.