ॐ साईं राम
हम पाप पुण्य को क्या जाने बाबा,
बचा दे हमे इस उलझन से,
हम सदा ही तेरे गीत गायें बाबा,
हमे तेरी याद में खोने दे,
पाप तो अनजाने में हो जाते है साईं,
पुण्य कैसे हो न जानू मैं,
तू ही सही राह दिखा मेरे बाबा,
दुनिया में न खोने दे,
पापों की गठरी बढती जा रही है बाबा,
क्या करूँ अब इस जीवन में,
बुला ले अपने पास साईं,
अपने चरणों में मुझे सोने दे,
चरण तेरे मुझे स्वर्ग से प्यारे बाबा,
हर उलझन को दूर करे,
मेरी बस इच्छा है बाबा,
तेरे चरणों में ही जीवन बीते
बचा दे हमे इस उलझन से,
हम सदा ही तेरे गीत गायें बाबा,
हमे तेरी याद में खोने दे,
पाप तो अनजाने में हो जाते है साईं,
पुण्य कैसे हो न जानू मैं,
तू ही सही राह दिखा मेरे बाबा,
दुनिया में न खोने दे,
पापों की गठरी बढती जा रही है बाबा,
क्या करूँ अब इस जीवन में,
बुला ले अपने पास साईं,
अपने चरणों में मुझे सोने दे,
चरण तेरे मुझे स्वर्ग से प्यारे बाबा,
हर उलझन को दूर करे,
मेरी बस इच्छा है बाबा,
तेरे चरणों में ही जीवन बीते
बाबा की बेटी :-
आँचल साईं