ॐ साईं राम
मुआफ करना गुनाह मेरे ऐ साईं भगवन मुआफ करना
मैं जानता हूँ बहुत कठिन है किसी के अवगुण मुआफ करना |
कहाँ राम है कहाँ है सीता कहाँ भारत है कहाँ है लक्ष्मण
क़दम क़दम पे दिखाई देते हैं मुझको रावण मुआफ करना |
मैं इक भिखारी तू ही बता मेरे पास क्या है तेरे सिवाय
दिया है जो कुछ वो कर रहा हूँ तुझे ही अर्पण मुआफ करना |
हमारी इक आस पूरी कर दो इसी जन्म ही में मुक्त कर दो
कहाँ उठाएंगे इतने जन्मों के बोझ - बंधन मुआफ करना |
तुम्हारा ही नाम लेते लेते तुम्हारा ही काम करते करते
अगर कभी बंद हो गई मेरे दिल की धड़कन मुआफ करना
मुआफ करना गुनाह मेरे ऐ साईं भगवन मुआफ करना
मैं जानता हूँ बहुत कठिन है किसी के अवगुण मुआफ करना |