ॐ साईं राम
मुझसे क्या भूल हुई साईं
जो यूँ मुझसे मुह मोड़ लिया
जपूं मै तेरा ही नाम सदा
फिर भी नाता क्यों तोड़ लिया
तेरी रहमत हो जाये अगर
जन्नत भी यहीं दिख जाये
मैंने छोड़ के सब पीर पैगम्बर
तेरे चरणों से मन को जोड़ लिया
लाखों देखे योगी तपस्वी
पा न सका प्रभु दर्शन कभी
जब से देखी तेरी सूरत साईं
झूठे जग से नाता तोड़ लिया
मुझसे क्या भूल हुई साईं
जो यूँ मुझसे मुह मोड़ लिया
जपूं मै तेरा ही नाम सदा
फिर भी नाता क्यों तोड़ लिया
यह अरदास बाबा की बेटी जास्मिन करण वालिया द्वारा प्रस्तुत की गई |
-: आज का साईं सन्देश :-
मन इच्छा पूरण करें,
जो झोली फैलाय |
साईं के दरबार से,
कोई न खाली जाय ||
सभी जगह वही रूप है,
कृष्ण कहो या राम |
शिर्डी तीरथ जाय के,
कर लो चारों धाम ||
-: आज का साईं सन्देश :-
मन इच्छा पूरण करें,
जो झोली फैलाय |
साईं के दरबार से,
कोई न खाली जाय ||
सभी जगह वही रूप है,
कृष्ण कहो या राम |
शिर्डी तीरथ जाय के,
कर लो चारों धाम ||