ॐ सांई राम
हमसे कैसे दूर जाओगे
जब कभी हम पुकारेंगे तुमको
साईं तुम तो दौड़े आओगे
अपने भक्तों की दुःख भरी आहें
उनकी गम में तड़प रही आँखें
वो ही आँखें तुम्हे बुलाएंगी
फिर तो साईं दौड़े आओगे
साईं तुम तो दौड़े आओगे
अपने भक्तों की दुःख भरी आहें
उनकी गम में तड़प रही आँखें
वो ही आँखें तुम्हे बुलाएंगी
फिर तो साईं दौड़े आओगे
हमसे कैसे दूर जाओगे
जब कभी हम पुकारेंगे तुमको
साईं तुम तो दौड़े आओगे
जो शिर्डी तेरा बसेरा था
उस शिर्डी में जो भी जाता है
और दर्शन करे समाधी के
उसे गले से तुम लगाओगे
जब कभी हम पुकारेंगे तुमको
साईं तुम तो दौड़े आओगे
जो शिर्डी तेरा बसेरा था
उस शिर्डी में जो भी जाता है
और दर्शन करे समाधी के
उसे गले से तुम लगाओगे
हमसे कैसे दूर जाओगे
जब कभी हम पुकारेंगे तुमको
साईं तुम तो दौड़े आओगे
अपने भक्तों से तुमको प्यार तो था
इसीलिये ही वचन निभाते हो
जब कोई दिल से पुकारेगा तुम्हे
फिर तो बाबा दौड़े आओगे
हमसे कैसे दूर जाओगे
जब कभी हम पुकारेंगे तुमको
साईं तुम तो दौड़े आओगे
बाबा की बेटी
साईं प्रिया
जब कभी हम पुकारेंगे तुमको
साईं तुम तो दौड़े आओगे
अपने भक्तों से तुमको प्यार तो था
इसीलिये ही वचन निभाते हो
जब कोई दिल से पुकारेगा तुम्हे
फिर तो बाबा दौड़े आओगे
हमसे कैसे दूर जाओगे
जब कभी हम पुकारेंगे तुमको
साईं तुम तो दौड़े आओगे
बाबा की बेटी
साईं प्रिया
:- आज का साईं सन्देश :-
लख चौरासी जीव हैं,
किस-किस में तू जाय |
साईलीला श्रवण से,
मोक्ष द्वार खुल जाय ||
अगर देखना हो तुझे,
सबसे बड़ा अमीर |
शिर्डी जाकर देख ले,
बाबा रूप फ़क़ीर ||