ॐ साईं राम
कई जन्मों से बुला रही हूँ, कोई तो रिश्ता जरुर होगा..
नज़रों से नज़रें मिला न पाई मेरी नज़र का कसूर होगा..
तुम्ही तो मेरे मात पिता हो, तुम्ही तो मेरे बन्धु सखा हो..
कितने ही नाते तुम संग जोड़े कोई तो नाता जरुर होगा....
नज़रों से नज़रें मिला न पाई मेरी नज़र का कसूर होगा..
तुम्ही तो मेरे मात पिता हो, तुम्ही तो मेरे बन्धु सखा हो..
कितने ही नाते तुम संग जोड़े कोई तो नाता जरुर होगा....
कई जन्मों से बुला रही हूँ, कोई तो रिश्ता जरुर होगा..
नज़रों से नज़रें मिला न पाई मेरी नज़र का कसूर होगा..
कभी बुलाते हो शिर्डी में,कभी बुलाते हो मंदिर में...
अपने तो घर में रोज़ बुलाते,मेरे घर भी आना जरुर होगा ..
कई जन्मों से बुला रही हूँ,कोई तो रिश्ता जरुर होगा..
नज़रों से नज़रें मिला न पाई मेरी नज़र का कसूर होगा..
नज़रों से नज़रें मिला न पाई मेरी नज़र का कसूर होगा..
कभी बुलाते हो शिर्डी में,कभी बुलाते हो मंदिर में...
अपने तो घर में रोज़ बुलाते,मेरे घर भी आना जरुर होगा ..
कई जन्मों से बुला रही हूँ,कोई तो रिश्ता जरुर होगा..
नज़रों से नज़रें मिला न पाई मेरी नज़र का कसूर होगा..
तुम तो मेरी आत्मा हो,तुम ही मेरे परमात्मा हो...
मुझी में रह कर मुझी से पर्दा,पर्दा हटाना जरुर होगा...
मुझी में रह कर मुझी से पर्दा,पर्दा हटाना जरुर होगा...
कई जन्मों से बुला रही हूँ,कोई तो रिश्ता जरुर होगा..
नज़रों से नज़रें मिला न पाई मेरी नज़र का कसूर होगा..
आखों में बस गयी तस्वीर तेरी,दिल मेरा हो गया जागीर तेरी..
दासी की विनती तुमरे आगे दर्श दिखाना जरुर होगा...
कई जन्मों से बुला रही हूँ,कोई तो रिश्ता जरुर होगा..
नज़रों से नज़रें मिला न पाई मेरी नज़र का कसूर होगा..
नज़रों से नज़रें मिला न पाई मेरी नज़र का कसूर होगा..
आखों में बस गयी तस्वीर तेरी,दिल मेरा हो गया जागीर तेरी..
दासी की विनती तुमरे आगे दर्श दिखाना जरुर होगा...
कई जन्मों से बुला रही हूँ,कोई तो रिश्ता जरुर होगा..
नज़रों से नज़रें मिला न पाई मेरी नज़र का कसूर होगा..
यह अत्यंत सुंदर भजन बाबा जी की प्यारी बेटी साईं प्रिया द्वारा प्रस्तुत किया गया |
साईं कृपा उन पर सदा बनी रहे |
-: आज का साईं सन्देश :-