ॐ साईं राम
साईं मन में बैठ कर,
कथा रहे लिखवाय,
मनोभाव को शुद्ध कर,
कथा रहे लिखवाय,
मनोभाव को शुद्ध कर,
वह ही कलम चलाये
जित्थे मेहर तेरी, ओत्थे सदा खुशियाँ
जित्थे मेहर नही, ओत्थे दुःख ही दुःख
सदा नाम जपो श्री शिर्डी साईं बाबा जी
सबनू मिलनगे लोक परलोक दे सुख
जित्थे मेहर नही, ओत्थे दुःख ही दुःख
सदा नाम जपो श्री शिर्डी साईं बाबा जी
सबनू मिलनगे लोक परलोक दे सुख
पहले मन में प्रेम हो,
फिर साईं की चाह,
प्रगट होए भगवान भी,
स्वयं दिखाए राह
फिर साईं की चाह,
प्रगट होए भगवान भी,
स्वयं दिखाए राह
ॐ साईं श्री साईं जय जय साईं
यह सुंदर फूल पंखुड़ियां साईं दरबार रानी बाग़ के साईं का प्यारा सन्नी अरोड़ा जी की बगिया से आप के लिए लाई गईं हैं |
बाबा की कृपा इन साईं भक्त पर सदा बनी रहे |