ॐ साईं राम
मेरे मनमोहन साईं, मुझे तुम भूल मत जाना
पड़ा चरणों में हूँ तेरे, मुझे तुम भूल मत जाना
मेरे मनमोहन साईं, मुझे तुम भूल मत जाना
पड़ा चरणों में हूँ तेरे, मुझे तुम भूल मत जाना
मेरे मनमोहन साईं, मुझे तुम भूल मत जाना
सहारा है सिर्फ तेरा, तू मेरा हम-सफ़र राही
निराशा ने जब भी घेरा, तूने ही आशा की ज्योति जलाई
मेरे मनमोहन साईं, मुझे तुम भूल मत जाना
जीवन जंगल के रास्ते के तरह है, कभी आंधी तूफ़ान के तरह है
कहीं उलझन ही उलझन है,कहीं दुःख का समंदर है
निराशा ने जब भी घेरा, तूने ही आशा की ज्योति जलाई
मेरे मनमोहन साईं, मुझे तुम भूल मत जाना
जीवन जंगल के रास्ते के तरह है, कभी आंधी तूफ़ान के तरह है
कहीं उलझन ही उलझन है,कहीं दुःख का समंदर है
मेरे मनमोहन साईं, मुझे तुम भूल मत जाना
डग-मग होती मेरी ज़िन्दगी, न सूझे रास्ता कोई
मुझे आकर बचावो तुम, बस तेरा ही सहारा और न कोई
मुझे आकर बचावो तुम, बस तेरा ही सहारा और न कोई
मेरे मनमोहन साईं, मुझे तुम भूल मत जाना
पड़ा चरणों में हूँ तेरे, मुझे तुम भूल मत जाना
हाथ जोड़ विनती करूँ , जो कुछ मर्ज़ी होय
साई तुम तो बेगरज हो, गरज पड़ी है मोए ।।
खोटा सिक्का हूँ मुझे दर पे पड़ा रहने दो
मैं हूँ दीवाना मुझे जिद पे अड़ा रहने दो।।
पाँव मे बेड़ियाँ , हाथो में कड़ा रहने दो
मुझको साई की अदालत में खड़ा रहने दो।।
साई तुम तो बेगरज हो, गरज पड़ी है मोए ।।
खोटा सिक्का हूँ मुझे दर पे पड़ा रहने दो
मैं हूँ दीवाना मुझे जिद पे अड़ा रहने दो।।
पाँव मे बेड़ियाँ , हाथो में कड़ा रहने दो
मुझको साई की अदालत में खड़ा रहने दो।।
बाबा की बेटी साईं प्रिया जी की ओर से आप सबके लिए एक सौग़ात |
बाबा कृपा करें |
-: आज का साईं सन्देश :-
सुमरे पन्त गणेश जी,
बाधाएँ मिट जाय |
साईं गणपति आय के,
यश कीरत दे जाय ||
हंस वाहिनी शारदा,
दोहे जो लिखवाय |
साईं ही तो भगवती,
जीवन गीत सुनाय ||