ॐ साईं राम
साईं तेरी कृपा से, मिले मुझे दो जन
तेरे जैसी सूरत उनकी, तेरे जैसा मन
उनके नाम भी तेरे जैसे श्रद्धा और आनंद
उनको सारी ख़ुशियाँ देना, न देना कोई ग़म
अगर हे प्रभु साईं मेरे, दुःख कोई उनको आये
मेरी ख़ुशियाँ उन्हें दे देना, दुःख मुझे मिल जाये
है साईं इच्छा मेरी, द्वार मैं तेरे आऊं
झोली भर के ख़ुशियों की, उनके लिए ले जाऊं
मेरे आनंद भाई सदा ही, गुण तेरे ही गायें
गुण गाते गाते प्रभु, दास गनु बन जायें
मेरी बहन के लिए क्या मांगूं , मेरी नहीं औक़ात
उनको नवधा भक्ति देना प्रेम भरी सौग़ात