ॐ साईं राम
बाबा आपकी याद बहुत आती है,
और मेरी आंखे भिगा जाती है,
लगता नहीं दिल बाबा आपके बिना,
और कितनी लम्बी जुदाई है,
कब आओगे बाबा मुझसे मिलने तुम,
कब सूखेंगी मेरी ये आंखे,
शिर्डी जब जब जाती हूँ हर पल पास तुमको पाती हूँ,
वापस घर जब आती हूँ ख़ुद को तनहा पाती हूँ,
बाबा करदो तुम कुछ ऐसा,
पास तुम्हारे हर पल रहूँ,
और सेवा तुम्हारी ज़िन्दगी भर करूँ
और मेरी आंखे भिगा जाती है,
लगता नहीं दिल बाबा आपके बिना,
और कितनी लम्बी जुदाई है,
कब आओगे बाबा मुझसे मिलने तुम,
कब सूखेंगी मेरी ये आंखे,
शिर्डी जब जब जाती हूँ हर पल पास तुमको पाती हूँ,
वापस घर जब आती हूँ ख़ुद को तनहा पाती हूँ,
बाबा करदो तुम कुछ ऐसा,
पास तुम्हारे हर पल रहूँ,
और सेवा तुम्हारी ज़िन्दगी भर करूँ
विशेष आभार : बाबा की पुत्री
आँचल साईं चावला