ॐ साईं राम
साईं जी छोड़ें नहीं, अपने भक्तों का हाथ
बाबा अपने भक्तों के, सदा ही रहते साथ
बाबा यह मानव नहीं, हैं ईश्वर अवतार
कलयुग में यह प्रकट हुए, ईश्वर हैं साक्षात
बाबा दूर न कभी हुए, गुण गा के देख ले
अगर नहीं विश्वास हो, आजमा के देख ले
निश्छल भक्ति वही है, जो प्रेम भाव से हो
आते हैं साईं तभी, जब मन में श्रद्धा हो
भक्तों के कल्याण को, बाबा दौड़े आयें
सच्चे भक्तों के लिए प्रभु, यम से भी लड़ जायें
बाबा प्रकट हुए थे, नीम के पेड़ तले
पेड़ के पत्ते मीठे हैं, देख ले चाहे भले
साबुन से स्नान कर, मन की मैल न धोये
साईं साईं का गान कर, तन मन पावन होये
श्री सच्चिदानंद सद्गुरु साईं नाथ महाराज की जय