ॐ साईं राम
मेरे साईं सा नहीं कोई दूजा इस जग में
जो हर ले सब का दुःख अपने में
जहाँ भी देखूं अपने साईं को पाऊं
अपने मान-चित को बस साईं में समाऊं
हे मेरे साईं रहम नज़र कर दे
खुशियाँ मेरी झोली में भर दे
अब ना देर कर मेरे साईं
हाथ पसारे खड़ी हु साईं
तेरी एक रहम नज़र का इशारा
बदल देंगा मेरा जीवन सारा
मेरे साईं सा नहीं कोई दूजा इस जग में
जो हर ले सब का दुःख अपने में
जो हर ले सब का दुःख अपने में
जहाँ भी देखूं अपने साईं को पाऊं
अपने मान-चित को बस साईं में समाऊं
हे मेरे साईं रहम नज़र कर दे
खुशियाँ मेरी झोली में भर दे
अब ना देर कर मेरे साईं
हाथ पसारे खड़ी हु साईं
तेरी एक रहम नज़र का इशारा
बदल देंगा मेरा जीवन सारा
मेरे साईं सा नहीं कोई दूजा इस जग में
जो हर ले सब का दुःख अपने में